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Showing posts from December, 2025

बहुधुरी कूटनीति: बदलती वैश्विक व्यवस्था में भारत का संतुलित उभार

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 India–EFTA FTA & the $100 Billion Investment Commitment by Ravi Kumar Manjhi. भारत ने यूरोपीय फ़्री ट्रेड एसोसिएशन (EFTA) के साथ एक ऐतिहासिक Free Trade Agreement (FTA) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत EFTA देशों ने भारत में अगले 15 वर्षों में 100 बिलियन डॉलर FDI का लक्ष्य तय किया है। यह करार भारत के उभरते ऊर्जा, विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों के लिए एक नई दिशा खोलता है। FTA का मतलब  What is an FTA (Free Trade Agreement)? FTA, यानी Free Trade Agreement, दो देशों के बीच ऐसा समझौता है जिसमें व्यापार पर लगने वाली रुकावटें, जैसे टैरिफ (शुल्क), कोटा, गैर-शुल्क बाधाएँ (Non-Tariff Barriers) कम या समाप्त कर दी जाती हैं। EFTA क्या है? What is EFTA? EFTA चार देशों का समूह है: स्विट्ज़रलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड, लिक्टेनस्टीन ये यूरोपीय संघ का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन विश्व व्यापार में अत्यधिक प्रभावशाली अर्थव्यवस्थाएँ हैं। 100 बिलियन डॉलर निवेश लक्ष्य  $100 Billion Investment Commitment TEPA के तहत EFTA देशों ने भारत में पहले 10 वर्षों में 50 बिलियन डॉलर, अगले 5 वर्षों में 50 बिलि...

2025 का उभरता वैश्विक बदलाव: AI की बढ़ती ऊर्जा ज़रूरतें और हमारे सामने खड़े नए सवाल

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AI's growing energy needs and the new challenges we face by Ravi Kumar Manjhi पिछले कुछ वर्षों में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस दुनिया की सबसे प्रभावशाली तकनीक बनकर उभरी है। चैटबॉट्स, स्मार्ट असिस्टेंट और अनुवाद उपकरण ये सभी हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बनते जा रहे हैं। लेकिन इसी क्रांति का एक ऐसा पहलू है, जिसकी चर्चा अब तक उतनी नहीं हुई। वह छिपा हुआ पहलू है AI मॉडल्स और डेटा सेंटर्स की तेजी से बढ़ती ऊर्जा खपत, जिसने 2025 में वैश्विक स्तर पर नई बहस को जन्म दिया है। जैसे-जैसे AI मॉडल अधिक शक्तिशाली होते जा रहे हैं, उनकी ऊर्जा माँग भी उसी गति से बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि ऊर्जा विशेषज्ञ, नीति निर्माता और तकनीकी शोधकर्ता इस विषय पर गंभीरता से चर्चा कर रहे हैं। जानिए वैज्ञानिक आँकड़े क्या कह रहे हैं आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस की ऊर्जा भूख को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई रिपोर्टें चेतावनी दे रही हैं। International Energy Agency की 2025 रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में विश्व के डेटा सेंटर्स की कुल बिजली खपत लगभग 415 TWh थी। IEA का अनुमान है कि 2030 तक यह खपत दोगुनी होकर 940 से 1050 TWh के ...